हे माधव, हे केशव, कहाँ हो तुम
पाण्डवों ने एक लड़ी थी, हम रोज़ लड़ रहे हैं , अपने हिस्से का महाभारत हम रोज़ लड़ रहे हैं । यिधिष्ठिर ने दिये यक्ष के प्रश्नों का उत्तर, जीवन के प्रश्नों का उत्तर हम रोज़ दे रहे हैं । संजय ने सुनाया था धृतराष्ट्र को विध्वंश का आँखों देखा हाल, हर शाम प्राइम टाइम में हम...
“डोमिनिया” का महत्व
आप सभी को राम! राम!आप सभी को छठ पूजा और दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएँ। छठ माता की जय । दीपावली, छठ पूजा, भाई दूज, गोवर्धन पूजा (गोधन) से हम सभी के बचपन की ढेर सारी यादें जुड़ी होती हैं। पित्रिपक्षोपरांत नवरात्र और इन सारे त्योहारों की लड़ी सी लग जाती है। ये त्योहार...
महिलाएं समाज की आदर्श शिल्पकारा होती हैं।
क छोटी सी कविता बड़े भाइयों की इकलौती छोटी बहन है मेरी माँ | ज़ाहिर है परिवार की सबसे लाड़ली है मेरी माँ || सारी सुख सुविधाओं सहित नाजों से पली-बढ़ी है मेरी माँ | नाना नानी की सबसे दुलारी थी मेरी माँ ||...
मेरा गाँव अब मर रहा है
जेठ की दुपहरी में पीपल के पेड़ के नीचे के खेले जाने वाले खेलों को स्मार्टफोन निगल रहा है |कंचे, कबड्डी, गिली-डंडा, ओल्हा-पाती, भद-भद, गौबडौला ये तमाम सारा खेल लुप्त हो रहा है|मेरा गाँव अब मर रहा है नीम के पेड़ के नीचे वाली पलानी, जहां पड़ोस के काका, बाबा, चाचा जेठ की...
तुम गीत हो
तुम गीत हो तुम गान हो तुम राष्ट्र का सम्मान होतुम शान हो तुम मान हो तुम सृष्टि का आह्वान होतुम आदि हो तुम अंत हो तुम साहसी अत्यंत होतुम वेद हो पुराण हो तुम ही गीता का ज्ञान हो नारी ।। तुम राग हो तुम त्याग हो तुम एक धधकती आग होतुम लोरी हो, हुंकार हो तुम धनुष की...
Let it GO!
Like every typical Sunday, I was with my indoor and outdoor plants. Watering, pruning, removing dried leaves, giving them baths, etc. are a few of those activities which I prefer to do on Sundays. "Giving them a bath" might sound a little weird to some of you but...